गुजरात में 34 लाख हेक्टेयर में से 30 लाख हेक्टेयर में अकेले सौराष्ट्र में बुवाई हुई है
सौराष्ट्र( Gujarat)में जून में अनुकूल बारिश के कारण 88% मूंगफली और 60% कपास की बुवाई हुई.
गुजरात पूरे देश में मूंगफली और कपास की खेती में अग्रणी है और गुजरात में सबसे अधिक खेती सौराष्ट्र में होती है. इस साल जून महीने में ही अच्छे मौसम और अनुकूल बारिश के कारण किसानों ने मानसून के पहले पखवाड़े में ही 88% से अधिक मूंगफली और 60% से अधिक कपास की बुवाई कर दी है.
आज यानी 30 जून तक पूरे राज्य में 33,91,478 हेक्टेयर में कुल बीस फसलें बोई जा चुकी हैं, जिनमें से 88% यानी 29,69,900 हेक्टेयर में केवल सौराष्ट्र के 11 जिलों में बुवाई हुई है.
सौराष्ट्र में किसानों ने इस साल 15,44,695 (लगभग 15.45 लाख) हेक्टेयर में बुवाई की है, जबकि पिछले साल जून के अंत तक 8,99,807 (लगभग नौ लाख) हेक्टेयर में बुवाई हुई थी।
अकेले सौराष्ट्र में 14.56 लाख हेक्टेयर में मूंगफली के बीज बोए गए हैं। जिस पर हाल ही में हुई बारिश के कारण अच्छी फसल की उम्मीद है।
इसी तरह, पिछले साल 12.73 लाख हेक्टेयर के मुकाबले इस साल राज्य में कुल 14 लाख हेक्टेयर में कपास की बुवाई हुई है, जिसमें से सौराष्ट्र में 12.08 लाख हेक्टेयर में बुवाई हुई है। सोयाबीन में, पिछले साल 42 हजार के मुकाबले इस साल 1.20 लाख हेक्टेयर से अधिक भूमि पर बुवाई हुई है, जिसमें से सौराष्ट्र में 1.10 लाख हेक्टेयर है। इस प्रकार, सौराष्ट्र के किसानों ने पिछले साल की तुलना में पहले बुवाई की है जब मौसम अनुकूल था। मूंगफली, कपास, सोयाबीन के अलावा इस साल बाजरा, मक्का, मूंग, अरहर, उड़द, दलहन, सब्जियां, चारा आदि की खेती भी 30 जून 2024 तक पिछले साल से ज्यादा हुई है।
पिछले साल से 6.40 लाख हेक्टेयर ज्यादा मूंगफली की खेती, सोयाबीन भी पिछले साल से तीन गुना ज्यादा, अरहर, बाजरा, मक्का में भी उत्साह।