केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी ने स्पष्ट किया है कि केंद्र सरकार कपास की पूरी खरीद करेगी। शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि तेलंगाना में चावल के साथ कपास सबसे ज़्यादा उगाई जाने वाली फसल है। राज्य में 45 लाख एकड़ में कपास की खेती होती है। उन्होंने कहा कि 22 लाख से ज़्यादा किसान कपास की खेती कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पिछले साल की तरह इस साल भी भारतीय कपास निगम कपास की खरीद करेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भी पूरा सहयोग दे रही है। उन्होंने कपास किसानों को बिचौलियों के झांसे में न आने और ठगे जाने से बचने की सलाह दी। उन्होंने घोषणा की कि केंद्र सरकार आखिरी क्विंटल तक कपास खरीदेगी।
उन्होंने कहा कि सीसीआई के ज़रिए 8,110 रुपये प्रति क्विंटल की दर से कपास खरीदा जाएगा। तेलंगाना में कपास का उत्पादन बढ़ रहा है। देश में कपास उत्पादन में तेलंगाना सबसे आगे है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि खरीद केंद्रों की संख्या में 12 की बढ़ोतरी की गई है। कुल 122 खरीद केंद्र कार्यरत हैं। उन्होंने कहा कि कपास उत्पादन में सुधार लाए जा रहे हैं। कपास की खेती के लिए नौ क्षेत्रीय भाषाओं में एक किसान ऐप लॉन्च किया गया है। अगर किसान ऐप में पंजीकरण कराते हैं, तो वे एक स्लॉट के ज़रिए ख़रीद केंद्रों पर कपास बेच सकते हैं। उन्होंने बताया कि कपास की सफ़ाई और परिवहन के लिए जिनिंग मिलों का चयन किया गया है। उन्होंने कहा कि उच्च घनत्व वाले पौधरोपण से फसल की पैदावार दोगुनी हो जाएगी। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र के अकोला क्षेत्र के लोग उच्च घनत्व वाले पौधरोपण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ज़रूरत पड़ने पर उच्च घनत्व वाले पौधरोपण के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए किसानों को महाराष्ट्र ले जाया जाएगा।