"CCI का नया नियम: अब कपास सिर्फ जिले में ही बिकेगा"
2025-10-08 12:35:10
CCI का नया नियम- अब जिले में ही बिकेगा कपासः बाहरी जिलों के किसानों पर लगी रोक, फर्जीवाड़ा रोकने की कवायद
भारतीय कपास निगम (CCI) ने कपास खरीदी को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है। अब खंडवा, खरगोन और बुरहानपुर जिले के किसानों को अपनी कपास की उपज अपने ही जिले की मंडियों में बेचनी होगी। पड़ोसी जिलों के किसान अब यहां आकर कपास नहीं बेच पाएंगे।
CCI का कहना है कि इस नियम का मकसद कपास खरीदी में पारदर्शिता लाना और व्यापारियों द्वारा किए जाने वाले फर्जीवाड़े को रोकना है।
किसानों को होगी परेशानी
पहले किसान अपनी उपज को किसी भी जिले की मंडी में बेच सकते थे, जिससे उन्हें परिवहन खर्च में बचत होती थी। लेकिन अब उन्हें अपने जिले की मंडी में ही उपज बेचनी होगी, भले ही वह दूर हो। इससे किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
फर्जीवाड़ा रोकने की कोशिश
CCI के अधिकारियों का कहना है कि इस नियम से फर्जीवाड़ा रुकेगा और केवल पात्र किसान ही अपनी उपज बेच पाएंगे। पहले व्यापारी किसानों के नाम पर फर्जी तरीके से कपास बेच देते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं हो पाएगा।
3200 किसानों ने कराया रजिस्ट्रेशन
खंडवा जिले में कपास बेचने के लिए अब तक 3200 किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। इनमें खंडवा के 2000 और मूंदी के 1200 किसान शामिल हैं।
बाहरी जिलों से 25% कपास आता था
पहले CCI अपनी कुल खरीदी का 25% कपास बाहरी जिलों से खरीदता था। लेकिन अब इस नियम के लागू होने से बाहरी जिलों से कपास की खरीदी नहीं हो पाएगी।
रोक को लेकर CCI ने दिया तर्क
CCI के खरीदी प्रभारी चंद्रकिशोर सकोमे का कहना है कि इस नियम से जिले की उपज जिले में ही खरीदी जाएगी। कुछ व्यापारी ऐसे होते हैं जो अपने कपास को प्रदेश या जिलों की किसी भी मंडी में खपा देते थे। लेकिन अब वे ऐसा फर्जीवाड़ा नहीं कर पाएंगे।