पंजाब : कपास उत्पादकों के लिए बारिश की समस्या, धान किसानों को राहत की उम्मीद
कल रात रामसरा माइनर (उपनहर) में दरार आने से क्षेत्र में बाढ़ आ गई। भागू और वहाबवाला गांव के बीच करीब 50 एकड़ में कपास की फसल जलमग्न हो गई।
किसान गुरप्रीत सिंह और कुलदीप सिंह ने कहा कि कल देर रात क्षेत्र में हुई भारी बारिश के कारण नहर ओवरफ्लो हो गई थी, जिससे नहर में दरार आ गई। नहर विभाग के कर्मचारी राकेश ने कहा कि दरार को पाटने के लिए जेसीबी मशीन की व्यवस्था की गई है।
उन्होंने कहा कि किसानों ने खेतों को खाली करने में अपना सहयोग दिया है।
इस बीच मुक्तसर में कल रात तेज हवाओं के साथ हुई बारिश जिले के धान उत्पादकों के लिए राहत लेकर आई। धान की बुआई का मौसम चल रहा है और पिछले कुछ दिनों से तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है।
हालाँकि, बारिश से पंजाब राज्य विद्युत निगम लिमिटेड (पीएसपीसीएल) और सिंचाई विभाग को कुछ नुकसान हुआ। उदाहरण के तौर पर गिद्दड़बाहा शहर में आज करीब 15 घंटे बाद ही बिजली आपूर्ति बहाल हो सकी।
उधर, बारिश के कारण जिले की दो माइनरों में भी दरार आ गई। खारा माइनर में दरार आने से वारिंग गांव में लगभग 50 एकड़ जमीन जलमग्न हो गई। इसी प्रकार सक्कानवाली माइनर में भी दरार आ गई। किसानों ने दावा किया कि प्रशासन जल चैनलों को समय पर साफ करने में विफल रहा।
दिन के दौरान, मुक्तसर के अतिरिक्त उपायुक्त बिक्रमजीत सिंह शेरगिल ने जलभराव से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की।
उन्होंने सिंचाई विभाग के जल निकासी विंग के अधिकारियों को 10 जुलाई तक नालों की सफाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने सभी खंड विकास एवं पंचायत अधिकारियों (बीडीपीओ) को गांव के तालाबों की सफाई कराने और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पानी उठाने वाली मोटरें तैयार रखने का भी निर्देश दिया।