महाराष्ट्र : वर्धा जिले में खरीफ की बुआई में कपास का बोलबाला रहेगा
2025-05-19 11:37:55
वर्धा के खरीफ सीजन में कपास का बोलबाला
नागपुर : इस खरीफ सीजन में वर्धा जिले में कपास की फसल सबसे ज्यादा होगी, जिसकी बुआई के लिए कुल 4.30 लाख हेक्टेयर निर्धारित किए गए हैं, जिसमें से 2.24 लाख हेक्टेयर में कपास की बुआई की योजना है।
जिला कृषि अधिकारियों के अनुसार, कुल बुआई क्षेत्र में आधे से ज्यादा हिस्सा कपास का होगा। इसके बाद 1.38 लाख हेक्टेयर में सोयाबीन, 60,670 हेक्टेयर में तुअर (कबूतर), 5,000 हेक्टेयर में ज्वार और करीब 1,684 हेक्टेयर में अन्य फसलें बोई जाएंगी।
इस बड़े पैमाने पर खेती के लिए जिले को कपास के करीब 11.24 लाख बीज पैकेट (5,343 क्विंटल) की जरूरत होगी, जिससे यह सभी फसलों में सबसे ज्यादा मांग होगी। सोयाबीन के बीज की मांग 62,388 क्विंटल, तुअर की 2,548 क्विंटल और ज्वार की 400 क्विंटल है।
पालक मंत्री पंकज भोयर ने अधिकारियों से अनुमानित मांग के अनुसार समय पर बीज की उपलब्धता सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। हाल ही में हुई समीक्षा बैठक के दौरान उन्होंने जोर देकर कहा, "सुनिश्चित करें कि जिले में पर्याप्त बीज भंडारित हों - खासकर कपास और सोयाबीन के लिए।"
कपास के लिए अत्यधिक पसंद इस फसल के वाणिज्यिक मूल्य और क्षेत्र में ऐतिहासिक महत्व को दर्शाती है। कृषि विशेषज्ञ इस प्रवृत्ति का श्रेय अनुकूल जलवायु परिस्थितियों, बाजार की मांग और उन्नत बीज किस्मों की उपलब्धता को देते हैं।
जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी शंकर तोतावार ने खरीफ सीजन योजना की विस्तृत प्रस्तुति के दौरान ये आंकड़े दिए, जिसमें बताया गया कि बीज स्टॉक योजना और वितरण पहले से ही चल रहा है।