हरियाणा : कपास की सरकारी खरीद को लेकर बढ़ता जा रहा है इंतजार, भेजे गए नमूनों की रिपोर्ट आई फेल
चरखी दादरी। दादरी की नई अनाज मंडी में कपास की सरकारी खरीद शुरू होने को लेकर किसानों का इंतजार बढ़ता जा रहा है। पिछले सोमवार को सीसीआई (कॉटन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) ने सरकारी खरीद शुरू करने से पहले कपास की गुणवत्ता जांच के लिए नमूने लेकर सिरसा स्थित लैब में भेजे थे। लैब में ये नमूने निर्धारित मानकों पर खरे नहीं उतरे।
ऐसे में अब तीन सदस्यीय कमेटी दोबारा कपास के नमूने लेकर जांच के लिए लैब में भेजेगी। उसके बाद खरीद को लेकर निर्णय लिया जा सकेगा। बता दें कि पिछले सोमवार को ही सीसीआई के अधिकारियों ने मंडी में मार्केट कमेटी के अधिकारियों के साथ बैठक की थी। खरीद जल्दी शुरू करवाने के लिए सीसीआई के अधिकारियों ने मंडी में पहुंची कपास की गुणवत्ता जांचने के लिए लैब में नमूने भेजे थे। जो मानकों पर खरे नहीं उतरे।
बता दें कि सीसीआई के नियमों के अनुसार कपास की नमी आठ फीसदी तक होने पर ही पूर्ण एमएसपी मिलेगा। इसके अलावा नमी की मात्रा अधिक पाए जाने पर कीमत में भी कमी आएगी। एजेंसी नियमों पर खरा उतरने वाली कपास पर ही किसान को पूरा भुगतान करेगी।
दादरी अनाज मंडी से पिछले दिनों लिए गए कपास के नमूनों मानकों पर खरे नहीं मिले। अब तीन सदस्यीय कमेटी की निगरानी में दोबारा से कपास के नमूने लिए जाएंगे। इन नमूनों को जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा। वहां से आने वाली रिपोर्ट के आधार पर खरीद से संबंधित निर्णय लिया जाएगा।