बेहतर मानसून से किसानों के चेहरे खिले, खरीफ फसल की बंपर पैदावार की उम्मीद
2024-07-17 11:06:18
किसान बेहतर वर्षा से खुश हैं तथा खरीफ फसल का भरपूर उत्पादन होने की उम्मीद है।
बेहतर मानसून से किसानों के चेहरों पर खुशी लौट आई है। कृषि मंत्रालय के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, इस साल बेहतर मानसून की वजह से खरीफ फसल की बुआई का कुल क्षेत्रफल 10.3 प्रतिशत बढ़कर 575 लाख हेक्टेयर हो गया है, जबकि पिछले साल इसी समय तक 521.25 लाख हेक्टेयर में बुआई हुई थी। अनियमित बारिश के कारण कुछ क्षेत्र सूखे रह गए थे। इस बार बुआई का रकबा बढ़ने से बंपर पैदावार की उम्मीद है, जिससे किसानों की आय बढ़ेगी और ग्रामीण क्षेत्रों में मांग बढ़ेगी। यह भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक संकेत है।
दलहन और तिलहन की खेती में वृद्धि
इस खरीफ सीजन में दलहन की खेती का रकबा 62.32 लाख हेक्टेयर हो गया है, जो पिछले साल की तुलना में 26 प्रतिशत अधिक है। तिलहन की खेती भी बढ़कर 140.43 लाख हेक्टेयर हो गई है, जबकि पिछले साल यह 115.08 लाख हेक्टेयर थी। दलहन और तिलहन की खेती में वृद्धि एक सकारात्मक कदम है, क्योंकि इन वस्तुओं का उत्पादन अक्सर मांग से कम होता है, जिससे कीमतें बढ़ती हैं।
कीमतों और आयात में कमी की उम्मीद
दलहन और तिलहन की खेती का रकबा बढ़ने से दालों और तेल की कीमतों को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी, जिससे आम लोगों को राहत मिलेगी। वर्तमान में, देश में दाल और तेल की मांग को पूरा करने के लिए महंगे आयात का सहारा लेना पड़ता है, जिससे विदेशी मुद्रा का खर्च होता है और रुपये के कमजोर होने का खतरा रहता है। देश में पैदावार बढ़ने से आयात की आवश्यकता कम होगी और सस्ती कीमतों पर दाल और तेल उपलब्ध होंगे।