अक्टूबर 2024 फसल नुकसान: कपास राहत पैकेज घोषित, अन्य फसलों की मांग
2025-07-11 11:10:48
राहत पैकेज की घोषणा: अक्टूबर 2024 में कपास की फसल को हुए नुकसान के लिए पैकेज की घोषणा: अन्य फसलों को भी शामिल करने की मांग
राज्य सरकार ने अक्टूबर 2024 में बेमौसम बारिश से कपास की खेती को हुए नुकसान के लिए राहत पैकेज की घोषणा की है। राज्य के 6 जिलों में सुरेंद्रनगर ज़िला भी शामिल किया गया है। केवल उन्हीं किसानों को सहायता मिलेगी जिनकी फसल को 33 प्रतिशत से अधिक नुकसान हुआ है। 2 हेक्टेयर फसल
इस संबंध में, जिला कृषि अधिकारी एम.आर. परमार ने बताया कि डिजिटल गुजरात पोर्टल पर 14 से 28 जुलाई तक फॉर्म VCE के माध्यम से आवेदन प्रक्रिया पूरी की जाएगी। खाताधारक किसानों को ग्राम स्तर पर ई-ग्राम केंद्र से डिजिटल गुजरात पोर्टल पर किसान का सतबार, बैंक खाता विवरण और आधार संख्या के साथ आवेदन करना होगा।
प्राप्त आवेदनों को सरकार को भेजा जाएगा। बताया जाता है कि सुरेंद्रनगर ज़िले में मानसून के मौसम में कपास सबसे अधिक खपत वाली फसल है। 2024 में ज़िले में 2,45,313 हेक्टेयर में कपास की बुवाई की गई थी। कई किसानों को नुकसान हुआ था। सरकार द्वारा घोषित फसल क्षति सहायता पैकेज को लेकर किसान नेता अशोकभाई पटेल, प्रशांत पारीक व अन्य किसान जिला कृषि अधिकारी कार्यालय पहुँचे और ज्ञापन दिया कि अगर केवल कपास को ही नुकसान का मुआवज़ा मिलेगा, तो बाकी फसलों का क्या होगा?
दूसरी ओर, चूँकि कार्यालय में मौजूद किसी को भी यह पता नहीं था कि कितने किसानों को सहायता मिलेगी, इसलिए किसान नाराज़ हो गए और न्याय न मिलने पर सोमवार को धरना देने की धमकी दी।
अक्टूबर 2024 में दसाड़ा से 25507 और लखतर से 16657 किसानों ने बारिश के लिए आवेदन किया था। सरकार ने मुआवज़े में भेदभाव किया और केवल चुनिंदा गाँवों और मूक जाति को ही मुआवज़ा दिया, जिससे 50 प्रतिशत किसान सहायता से वंचित रह गए। यह पैकेज तब घोषित किया गया है जब किसानों ने भेदभाव के कारण विरोध किया था। इसमें भी किसानों की आँखों में धूल झोंकी जा रही है।
पहले घोषणा सभी फसलों के लिए थी, तो इसमें सिर्फ़ कपास को ही मुआवज़ा क्यों मिलेगा, फिर बाकी बोई गई फसलों का क्या? अक्टूबर में सर्वे हुआ था, लेकिन कपास का नुकसान नहीं देखा गया। अब सर्वे कैसे करेंगे? एक साल पुरानी फ़ोटो कहाँ से लाएँ, जैसे सवाल भी हैं।