महाराष्ट्र : खानदेश में कपास उत्पादन में गिरावट, 18 लाख गांठ कपास का उत्पादन होगा।
2025-05-22 11:41:30
महाराष्ट्र: खानदेश में कपास की पैदावार में तीव्र गिरावट किसानों के लिए चिंताजनक
इस वर्ष खानदेश में कपास का उत्पादन कम है। कपास की गांठों का उत्पादन जारी है, और उम्मीद है कि खानदेश में जीनिंग उद्योग इस सीजन 2024/25 (सितंबर 2025 के अंत तक) में लगभग 1.8 मिलियन कपास गांठें (एक गांठ 170 किलोग्राम) का उत्पादन करेगा।
हर साल कपास के सीजन के दौरान खानदेश में 2.2 से 2.3 मिलियन गांठ कपास का उत्पादन होता है। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में उत्पादन में लगातार गिरावट आ रही है। जलगांव जिले में कपास की खेती कम होने और फसल में बीमारी के कारण कपास उत्पादन में भी कमी आने की आशंका है। क्योंकि खानदेश में कपास प्रसंस्करण उद्योग दिवाली के बाद की अवधि में तीव्र गति से संचालित होता है। लेकिन इस वर्ष कपास की आपूर्ति कम होने के कारण यह प्रक्रिया धीमी गति से आगे बढ़ रही है।
अक्टूबर 2024 और उससे पहले भी लगातार बारिश जारी रही, जिससे कपास की फसल प्रभावित हुई। कपास का उत्पादन घट रहा है। उत्पादकों एवं अन्य संगठनों को कपास की कमी के कारण कपास उत्पादन का लक्ष्य पूरा नहीं हो पा रहा है
खानदेश में कपास की आवक शुरू से ही कम रही है। वर्तमान में खानदेश में प्रतिदिन 1,500 क्विंटल कपास की आवक हो रही है। पिछले सीजन में नवंबर और दिसंबर में प्रतिदिन औसतन 18,000 क्विंटल कपास की आवक हुई थी। इस महीने के पहले पखवाड़े में कपास की आवक लगातार कम रही है।
वर्तमान में गांवो से भी ज्यादा खरीदारी नहीं हो रही है। क्योंकि किसानों के पास अब कपास का अधिक स्टॉक नहीं है।
कई लोगों ने पानी की उपलब्धता के आधार पर कपास की खेती की थी तथा चना, गेहूं, मक्का आदि की फसलें उगाई थीं। कई गांवों में कपास की कटाई का मौसम जनवरी में ही समाप्त हो गया है। इसके कारण गांवों में कपास की आवक को लेकर स्थिति बहुत सकारात्मक नहीं है। अब कपास के आवक में और वृद्धि नहीं होगी।
शुष्क मौसम की कपास की फसल दिसंबर में तेजी से काटी गई। लेकिन वहां भी उत्पादन कम है। दिसंबर में कपास की आवक भी अच्छी रही थी।
किसानों के पास इस समय कपास का स्टॉक भी बहुत कम है। कई लोगों ने कपास चुनने के कुछ ही दिनों के भीतर उसे बेच दिया।
कपास मिलों में आवक की गति कुछ दिनों की ही थी। इस वर्ष आवक काफी कम रही।
किसानों के पास स्टॉक कम हो गया है। अब ज्यादा आवक नहीं होगी। ऐसा लगता है कि कम उत्पादन के कारण इस वर्ष 2024/25 मे खानदेश में कपास की गांठों का उत्पादन घटेगा।