सरकार ने कपड़ा बजट में 19% की वृद्धि की, कपास उत्पादकता मिशन शुरू किया
2025-02-08 12:18:59
सरकार ने कपास उत्पादन मिशन शुरू किया तथा कपड़ा बजट में 19% की वृद्धि की।
लगभग 176 बिलियन डॉलर मूल्य का भारतीय कपड़ा और परिधान उद्योग देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में लगभग 2% का योगदान देता है और विनिर्माण उत्पादन का लगभग 11% हिस्सा है। 45 मिलियन से अधिक श्रमिकों को सीधे रोजगार के साथ, यह क्षेत्र देश में रोजगार के सबसे बड़े स्रोतों में से एक बना हुआ है। भारत कपड़ा और परिधान का छठा सबसे बड़ा वैश्विक निर्यातक भी है, जो इस क्षेत्र में लगभग 4% बाजार हिस्सेदारी रखता है।
केंद्रीय बजट 2025-26 ने कपड़ा मंत्रालय को 5,272 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं, जो पिछले वर्ष के 4,417.03 करोड़ रुपये के बजट से 19% की वृद्धि दर्शाता है। यह हाल के वर्षों में सबसे अधिक आवंटन है, जो इस क्षेत्र को मजबूत करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। कपड़ा के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के बजट में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है, जो 2018-19 के 1,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 2019-20 में 1,000 करोड़ रुपये हो गई है। 2024-25 में 45 करोड़ से बढ़कर इस साल 1,148 करोड़ रुपये हो जाएगा। पांच वर्षों में 10,683 करोड़ रुपये के कुल परिव्यय वाली पीएलआई योजना का उद्देश्य भारत की विनिर्माण क्षमताओं और निर्यात को बढ़ाना है, खासकर मानव निर्मित फाइबर (एमएमएफ) और तकनीकी वस्त्र क्षेत्र में।
कपास की खेती की पैदावार और स्थिरता में सुधार के लिए पांच साल की पहल के रूप में एक नए 'कपास उत्पादकता मिशन' की घोषणा की गई है। इस कार्यक्रम को कृषि और परिवार कल्याण मंत्रालय और कपड़ा मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से लागू किया जाएगा, जिसमें अतिरिक्त लंबे स्टेपल कपास की किस्मों को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
कम लागत वाले कपड़ा आयात की आमद को रोकने के लिए, बजट ने नौ टैरिफ लाइनों के अंतर्गत आने वाले बुने हुए कपड़ों पर मूल सीमा शुल्क (बीसीडी) को "10% या 20%" से बढ़ाकर "20% या 115 रुपये प्रति किलोग्राम, जो भी अधिक हो" कर दिया है। इस कदम का उद्देश्य घरेलू कपड़ा निर्माताओं का समर्थन करना, स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा देना और कपड़ा निर्माण में निवेश को प्रोत्साहित करना है।
उद्योग जगत के एक बड़े कदम के तहत, दुनिया के सबसे बड़े टेक्सटाइल एक्सपो में से एक भारत टेक्स 2025 का आयोजन 14-17 फरवरी, 2025 को भारत मंडपम, नई दिल्ली में किया जाएगा। 11 प्रमुख टेक्सटाइल उद्योग निकायों द्वारा आयोजित और टेक्सटाइल मंत्रालय द्वारा समर्थित यह कार्यक्रम टेक्सटाइल मूल्य श्रृंखला के सभी हितधारकों को एक साथ लाएगा। ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर में 12-15 फरवरी को परिधान मशीनरी, रंग और रसायन तथा हस्तशिल्प पर समानांतर प्रदर्शनियाँ आयोजित की जाएँगी। यह कार्यक्रम स्थिरता, नवाचार और वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं को मजबूत करने पर केंद्रित होगा।