सीसीआई ने कपास उत्पादकों के लिए भी दरें कम कर दी हैं।
2025-01-08 15:36:57
सीसीआई ने कपास उत्पादकों के लिए दरें भी कम कर दी हैं।
हालांकि राज्य में कॉटन कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (सीसीआई) के माध्यम से गारंटीड दरों पर कपास की खरीद की जा रही है, लेकिन नमी के हिसाब से दरें दिए जाने से किसानों को अभी भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कपास सीजन के तीन महीने बीत जाने के बाद भी बाजार में कपास के भाव किसानों की उम्मीदों के मुताबिक नहीं हैं। वहीं, सीसीआई द्वारा दरें कम किए जाने से बाजार पर इसका असर पड़ेगा।
इस साल मध्यम सूत के लिए कपास का गारंटीड भाव 7,121 रुपए प्रति क्विंटल और लंबे सूत के लिए 7,521 रुपए प्रति क्विंटल है। मंगलवार को अमरावती कृषि उपज बाजार समिति में 95 क्विंटल कपास की आवक हुई। कपास को न्यूनतम 7,250 रुपए और अधिकतम 7,550 रुपए यानी औसतन 7,400 रुपए प्रति क्विंटल का भाव मिला।
सीसीआई ने कपास के गारंटीड भाव में 10 रुपए की कटौती की है। लंबे सूत का कपास अभी सीसीआई के केंद्रों पर 7,421 रुपए में मिल रहा है। कपास विपणन महासंघ के पतन के बाद अब सी.सी.आई. के माध्यम से कपास की खरीद की जा रही है। किसानों ने शुरू में निजी बाजार की तुलना में 'सी.सी.आई.' को प्राथमिकता दी क्योंकि कपास की खरीद हमीदरा में की जाती थी। 'सी.सी.आई.' कपास की पहली तुड़ाई की गारंटी देती थी। लेकिन अब इन दरों में सौ रुपए की कमी कर दी गई है। इस समय बाजार में दूसरी तुड़ाई वाला कपास आ रहा है। इसका कारण यह बताया जा रहा है कि इस कपास में कपास की मात्रा पहली तुड़ाई वाले से कम है।
चूंकि एक क्विंटल कपास में औसतन 38 किलो कपास निकलता है और बाजार में कपास का भाव ऊंचा है, इसलिए सीसीआई ने पहली खेप में लंबे धागे वाले कपास के लिए 7,512 रुपए और मध्यम धागे वाले कपास के लिए 7,121 रुपए का गारंटीड भाव दिया है। चूंकि दूसरी पिकिंग में एक क्विंटल कपास में 34 से 35 किलो कपास निकलता है, इसलिए भाव में 20 रुपए की कमी की गई है। इसलिए किसानों को फिलहाल सीसीआई केंद्र पर 7,421 रुपए प्रति क्विंटल का भाव मिल रहा है। सीसीआई द्वारा रेट कम करते ही किसानों ने निजी बाजार की ओर रुख करना शुरू कर दिया है। फिलहाल निजी बाजार में गारंटीड भाव पर खरीद शुरू हो गई है। लेकिन, आवक बढ़ेगी तो भाव कम होने की संभावना है।