साउथर्न इंडिया मिल्स एसोसिएशन (SIMA) ने कहा कि कॉटन कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के पास उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल अक्टूबर में शुरू हुए चालू सीजन के दौरान अब तक कपास की आवक 318 लाख गांठ को पार कर गई है।
SIMA के अध्यक्ष रवि सैम ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि ऐसी खबरें हैं कि इस सीजन में कपास की फसल का आकार 311.18 लाख गांठ होगा। उन्होंने कहा, यह संभवतः ओटाई उत्पादन है।
कपास उत्पादन और उपभोग समिति ने अनुमान लगाया है कि कुल उत्पादन 343 लाख गांठ और शुरुआती स्टॉक 39.48 लाख गांठ होगा। उन्होंने कहा कि समिति द्वारा साझा किया गया डेटा व्यापार और उद्योग के लिए मानक होना चाहिए।
पिछले कुछ दिनों में कपास की कीमतें ₹3,000 प्रति कैंडी बढ़ीं और कम उत्पादन की आशंका के बीच शनिवार को ₹60,000 प्रति कैंडी से अधिक बोली गईं।
मुख्य रूप से कपास आधारित भारतीय कपड़ा उद्योग कपास की कीमतों में उच्च अस्थिरता और कपास पर 11% आयात शुल्क के कारण चुनौतियों का सामना कर रहा है। रेडीमेड कपड़ों सहित सूती कपड़ा निर्यात पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 2022-2023 के दौरान 23% और अप्रैल-जून 2023 में 18% गिर गया। उन्होंने कहा कि कपास की उपलब्धता कोई चुनौती नहीं है और उद्योग के लिए स्थिरता और प्रतिस्पर्धी कपास की कीमतें आवश्यक हैं।