पाकिस्तान में कृषि सचिव ने कपास पुनरुद्धार योजना को दिया अंतिम रूप
कपास की फसल देश की अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है। कपास को उबारने के लिए सरकार जोरदार कदम उठा रही है। इस वर्ष कपास का समर्थन मूल्य 8500 रुपये प्रति 40 किलोग्राम निर्धारित किया गया है, जिससे कपास की खेती को लाभ होगा।
ये विचार पाकिस्तान के पंजाब कृषि सचिव इफ्तिखार अली साहू ने कपास पुनर्वास की मंजूरी के लिए योजना तैयार करने के लिए लाहौर में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किए। इस अवसर पर महानिदेशक कृषि (विस्तार एवं एआर) डॉ. अंजुम अली ने पिछले वर्षों के दौरान कपास उत्पादन में कमी के कारणों के बारे में बताया। बैठक में कपास की खेती का रकबा और उत्पादन बढ़ाने की रणनीति को अंतिम रूप दिया गया।
इस मौके पर इफ्तिखार अली साहू ने कहा अनुसंधान और विकास को और अधिक प्रभावी और उत्पादक बनाने की आवश्यकता है ताकि जलवायु परिवर्तन और कीटों के हमले के हानिकारक प्रभावों को कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार कपास की चुनिंदा अनुमोदित किस्मों के प्रमाणित बीजों पर 1200 रुपये प्रति बोरी की सब्सिडी जारी रखे हुए है। साथ ही कपास के हानिकारक कीड़ों के नियंत्रण के लिए किसानों को पंजाब में स्थापित बायो लैब के माध्यम से बायो कार्ड उपलब्ध करवाए जाएंगे।
सचिव कृषि पंजाब ने चल रहे कपास अभियान को फलदायी बनाने के लिए प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया का उपयोग करने का निर्देश दिया ताकि किसानों को कपास की आधुनिक उत्पादन तकनीक के बारे में जागरूक किया जा सके। उन्होंने प्रति एकड़ कपास का उत्पादन बढ़ाने के लिए कृषि विभाग के विभिन्न विभागों के समन्वय और सक्रिय भूमिका पर जोर दिया।